देहरादून
उत्तराखण्ड पुलिस को तकनीक-सक्षम, संवेदनशील एवं प्रोफेशनल बल बनाना लक्ष्य- डीजीपी
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ की अध्यक्षता में पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में पुलिस महानिदेशक ने कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, पुलिस बल के कल्याण तथा बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने पर बल दिया। राज्य स्तरीय पुलिस समीक्षा के दौरान प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, गढ़वाल और कुमाऊं रेंज प्रभारी, सभी जिलों के पुलिस प्रमुख, सभी वाहिनियों, रेलवे, STF, SDRF एवं अन्य विशेष इकाइयों के प्रमुख मौजूद रहे। पुलिस महानिदेशक ने राज्यभर में अपराध नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियानों की प्रगति की समीक्षा कर जनपदवार विवरणों के आधार पर कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय करते हुए थानावार समीक्षा अनिवार्य की जाए। इसके साथ लंबित मामलों की समीक्षा और प्राथमिकता निर्धारण कर जल्द से जल्द निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। मादक पदार्थ विरोधी अभियान को सतत रूप से चलाया जाए। नशा तस्करी की रोकथाम हेतु हॉटस्पॉट चिन्हित कर नियमित चेकिंग, और बड़े रैकेट्स पर सम्पत्ति जब्तीकरण सहित PIT-NDPS के अंतर्गत कार्यवाही अमल में लाई जाए।गढ़वाल रेंज कार्यालय में स्थापित *”चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम”* को शीघ्र क्रियाशील बनाने के भी डीजीपी ने निर्देश दिए।
यात्रा मार्गों की ट्रैफिक योजना, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जाए। उत्तराखण्ड पुलिस मोबाइल ऐप में रियल-टाइम अपडेट, इमरजेंसी हेल्पलाइन, और रूट अपडेट जैसी सेवाएं सक्रिय की जाएं। डीजीपी ने कहा कि चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ा व्यापक आयोजन है, इसलिए पुलिस की जिम्मेदारी यहां सबसे अहम है।