उत्तराखंड में करीब दो माह बाद आखिरकार बारिश की उम्मीद जगी है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण आगामी सात दिसंबर से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल सकता है। जिससे आठ व नौ दिसंबर को ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की वर्षा हो सकती है। साथ ही चोटियों पर बर्फबारी के भी आसार हैं। जिससे तापमान में गिरावट आने के साथ ही ठंड में इजाफा हो सकता है।
प्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत में मानसून के विदा होने के बाद से सूखे की स्थिति बनी हुई है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा और पहाड़ से मैदान तक चटख धूप खिली।
हालांकि, बीच में कुछ दिन पर्वतीय क्षेत्रों में बादलों ने डेरा डाला और कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा भी दर्ज की गई। लेकिन, यह नाममात्र की ही साबित हुई। इसके बाद नवंबर में भी प्रदेश में सूखे की स्थिति रही।
बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बौछारें पड़ीं। देहरादून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक अधिक बना रहा। ऐसे में ठंड भी सामान्य से कम रही। अब दिसंबर की शुरुआत में भी मौसम शुष्क है और तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। हालांकि, अब मौसम के मेहरबान होने की उम्मीद जगी है।
दून में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक पहुंच गया है। 24 घंटे के भीतर ही पारे में दो डिग्री सेल्सियस का उछाल दर्ज किया गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 25.8 था, जो बुधवार को 27.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी तापमान सामान्य से अधिक है।